Volga Se Ganga Hindi E Book Complete

This is the front cover art for the book Volga Se Ganga written by Rahul Sankrityayan
आवरण इंटरनेट आर्काइव से साभार

“वोल्गा से गंगा” भारतीय लेखक राहुल सांकृत्यायन द्वारा लिखी गई एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक और साहित्यिक कृति है। यह पुस्तक 1943 में प्रकाशित हुई थी और इसमें मानव सभ्यता की ऐतिहासिक यात्रा को दर्शाया गया है, विशेष रूप से आर्यों की उत्पत्ति और उनके विकास पर केंद्रित है।

पुस्तक की विशेषताएँ:

  • संरचना: “वोल्गा से गंगा” कुल 20 कहानियों का संग्रह है। प्रत्येक कहानी विभिन्न कालखंडों को दर्शाती है और उन ऐतिहासिक घटनाओं का चित्रण करती है जिनसे भारतीय उपमहाद्वीप की सभ्यता और संस्कृति का विकास हुआ। यह कहानियाँ मानव समाज के विभिन्न स्तरों, जातियों, और उनके संघर्षों को प्रस्तुत करती हैं।
  • विषय: इस पुस्तक में राहुल सांकृत्यायन ने लगभग 6000 सालों की मानव सभ्यता की यात्रा को दर्शाया है, जो वोल्गा नदी के किनारे बसे प्राचीन आर्य समाज से शुरू होकर गंगा नदी के किनारे तक पहुँचती है। कहानियाँ आदिम समाज से लेकर वैदिक, बौद्धिक और आधुनिक समय की यात्रा को पेश करती हैं।
  • मुख्य थीम: पुस्तक का प्रमुख उद्देश्य मानवता और सामाजिक विकास की ऐतिहासिक यात्रा को समझाना है। यह दिखाती है कि कैसे समाज धीरे-धीरे वर्ग संघर्ष, सांस्कृतिक परिवर्तन, और सभ्यताओं के आदान-प्रदान के माध्यम से बदलता गया।
  • शैली: “वोल्गा से गंगा” ऐतिहासिक और समाजशास्त्रीय दृष्टिकोण से लिखी गई है, लेकिन इसकी प्रस्तुति एक कथा शैली में है, जिससे यह पाठकों के लिए अत्यंत रोचक और ज्ञानवर्धक बन जाती है। राहुल सांकृत्यायन की लेखनी में इतिहास को किस्सों के रूप में प्रस्तुत करने की अनोखी क्षमता दिखती है।

पुस्तक का महत्व:

  • इतिहास के प्रति दृष्टिकोण: इस पुस्तक ने लोगों के बीच इतिहास और मानव विकास के प्रति जागरूकता को बढ़ावा दिया। यह न केवल एक ऐतिहासिक पुस्तक है, बल्कि इसमें समाज की बदलती संरचनाओं और संस्कृतियों के विकास का भी विश्लेषण किया गया है।
  • वैचारिक दृष्टिकोण: राहुल सांकृत्यायन ने समाजवाद, जातिवाद, धर्म, और सामूहिक संघर्षों पर भी अपने विचार प्रस्तुत किए हैं। वह दिखाते हैं कि कैसे इतिहास के हर युग में मनुष्य ने सामाजिक असमानताओं और अन्यायों के खिलाफ संघर्ष किया है।

लेखक के बारे में:

राहुल सांकृत्यायन का जन्म 9 अप्रैल 1893 को उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के कनैला गाँव में हुआ था। राहुल सांकृत्यायन को “घुमक्कड़” और “महापंडित” के नाम से भी जाना जाता है। वे भारतीय यात्रा साहित्य और इतिहासकारों में एक प्रमुख नाम हैं। उन्होंने अपने जीवन में कई देशों की यात्रा की और विभिन्न भाषाओं का ज्ञान प्राप्त किया। उनकी रचनाएँ समाजवाद, इतिहास, धर्म, और दर्शन के बारे में उनके गहन विचारों को व्यक्त करती हैं। उनका निधन 14 अप्रैल 1963 को हुआ।

निष्कर्ष:

“वोल्गा से गंगा” एक ऐसी पुस्तक है जो भारतीय इतिहास, संस्कृति, और मानव सभ्यता की विकास यात्रा को समझने के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है। राहुल सांकृत्यायन की यह रचना पाठकों को प्राचीन से आधुनिक समाज के बीच के संबंधों को समझने में मदद करती है और यह दर्शाती है कि कैसे सभ्यताओं का विकास संघर्ष और सहयोग से हुआ है।

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One response to “Volga Se Ganga Hindi E Book Complete”

  1. […] पुस्तक का अनुक्रम देखेंं […]

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