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जयपुर लिट्ररेचर फैस्टीवल: उत्सव या तमाशा
दीप जगदीप सिंह | जयपुर लिट्रेचर फैस्टीवल खत्म हुए एक सप्ताह से ज़्यादा हो चुका है। पांच दिन की ‘भीड़ भरी हवाई उड़ान’ के बाद ‘जैटलैग’ से निकलने के लिए शायद एक सप्ताह काफी होता हो। इन सात-आठ दिनों में लिखूं या ना लिखूं वाली हालत लगातार बनी रही, लेकिन आखिर कब तक चुप रहूं, […]
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ज़ी जयपुर लिट्ररेचर फैस्टीवल में मनेगा राजस्थानी संस्कृति का जशन
दीप जगदीप सिंह । साहित्य के साथ साथ ज़ी जयपुर लिट्ररेचर फैस्टीवल में इस बार राजस्थानी संस्कृति का जशन भी मनेगा। साहित्य समारोह के दौरान मीरा बाई के काव्य से लेकर कवांड़ की मौखिक परंपरा के साथ ही राजस्थान के पौराणिक गहनों का भी प्रदर्शन होगा। यानि इस बार ज़ी जयपुर लिट्ररेचर फैस्टीवल में राजस्थान […]
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शब्दों के समंदर में डूबने को तैयार है ग़ुलाबी ‘रेगिस्तान’
दीप जगदीप सिंह । ज़ी लिट्ररेचर फैस्टीवल देश दुनिया में साहित्य के जशन का पर्यावाची बन गया है। हर साल जनवरी में ग़ुलाबी ‘रेगिस्तान’ शब्दों के समंदर में डूब जाता है, जिसमें दुनियां भर के नामी कलमकार अपने विचारों की लहरें लेकर आते हैं और दुनिया भर से आए साहित्य प्रेमियों को अपनी नमकीन बूंदों […]
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भारतीय भाषाओं का महाउत्सव समन्वय 2015
इंडिया हैबिटाट सेंटर में भारतीय भाषा महोत्सव ‘‘समन्वय: 2015’’ के पांचवां संस्करण पिछले हफ्ते संपन्न हुआ। इस साल ‘‘समन्वय’’ की थीम है – इनसाइडर/आउटसाइडर – राइटिंग इंडियाज ड्रीम्स एंड रियलिटीज’’ रही और इस साल इस आयोजन के स्वरूप में काफी विस्तार हुआ है और इस साल के महोत्सव में क्यूरेट कला, अनुवाद से लेकर पाक […]