साईकलिंग से भी हो सकती है मर्दाना कमज़ोरी

उम्र, डायब्टीज़, हाईपरटैंशन, मोटापा, हाई लिपिड, धुम्रपान, नशों का सेवन, दिल के रोग और सप्ताह में तीन घंटे से ज़्यादा साईकिल चलाने से मर्दाना कमज़ोरी हो सकती है। जो लोग सप्ताह में  

 

तीन घंटे से ज़्यादा साईकिल चलाते हैं उन्हें उन्हें झुकी हुई अवस्था में साईकिल चलाना चाहिए ना कि सीधे रह कर, यह जानकारी आईएमए के आॅनरेरी जनरल सेक्रेटरी और एचसीएफआई के प्रेसीडेंट पद्मश्री डाॅ केके अग्रवाल ने सांझा की। मर्दाना कमज़ोरी उस प्रस्थिति को कहा जाता है जब पुरूष का यौन अंग संबंध बनाने के लिए उर्जा नहीं जुटा पाता या बनाए नहीं रख पाता। हर पुरूष अपने जीवन में कभी ना कभी इस तरह की समस्या से गुज़रता है। नपुंसक शब्द उन पुरूषों के लिए प्रयोग किया जाता है जो यौन संबंध बनाने के 75 प्रतिशत मौकों पर मर्दाना ताकत नहीं बनाए रख पाते। दिल के रोगों से मर्दाना कमज़ोरी का खतरा रहता है। मर्दाना कमज़ोरी दिल के रोगों का संकेत भी हो सकती है। मर्दाना कमज़ोरी से पीड़ित ऐसे पुरूष जिन में पेल्विक ट्राॅमा के और दिल के रोगों के कोई लक्ष्ण नहीं है उन्हें यौन कमज़ोरी का इलाज करवाने से पहले दिल के रोगों की जांच करवा लेनी चाहिए क्योंकि यौन संबंधों से दिल के रोगों का संबंध होता है।

आम तौर पर दी जाने वाली बारह में से आठ दवाओं के साईड इफैक्ट में मर्दाना कमज़ोरी शामिल है। एक अनुमान के मुताबिक मर्दाना कमज़ोरी के 25 प्रतिशत मामले दवाओं के प्रतिकूल प्रभाव की वजह से होते हैं। अवसाद, तनाव और इसके के इलाज के लिए प्रयोग होने वाली दवाओं के असर से मर्दाना कमज़ोरी हो सकती है।
स्ट्रोक, रीढ़ की हड्डी या पीठ की चोट, मल्टीपल सिलेरोसिस और डेमेंशिया जैसे नाड़ीतंत्र के रोग भी मर्दाना कमज़ोरी का कारण बन सकते हैं। पेल्विक ट्रामा, प्रोस्टेट सर्जरी या प्रियपिसम से भी यह हो सकती है। जननांगों पर लगातार दबाव या लिंग की धमनियों में रक्त का बहाव उचित तरीके से ना होने से लिंग में असंवेदनशिलता या नपुंसकता हो सकती है।

प्रमुख तौर साईकिल चलाने की वजह से होने वाली मर्दाना कमज़ोरी साईकलिंग से जुड़े पेशेवर लोगों में पाई गई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक 540 किलोमीटर की साईकिल दौड़ में भाग लेने वाले एक नार्वे के एक पुरूष में यह समस्या पाई गई।
लिंग का सुन्न या असंवेदनशील होना लिंग की नसों पर दबाव होने की वजह से होता है जबकि मर्दाना कमज़ोरी का कारण यौन अंगों की धमनियों में आॅक्सीजन की कमी होता है।
शौकिया साईकिल चलाने वाले, जो सप्ताह में तीन घंटे से कम साईकिल चलाते हैं और झुकी हुई अवस्था में साईकिल चलाने वाले लोगों के लिंग की नसों और धमनियों पर अनावश्यक दबाव नहीं पड़ता और उन में साईकलिंग की वजह से होने वाले यौन दुष्प्रभाव की संभावना कम होती है। बिल्कुल सीधे रह कर लगातार साईकिल चलाने से लिंग में आॅक्सीजन बहाव कम हो सकता है जो कि 10 मिनट तक कम रह सकता है।

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