कन्हैया कुमार ने लुधियाना के पंजाबी भवन में सोशल थिंकर्ज़ फोरम एवं पंजाबी साहित्य अकादमी द्वारा महंगी शिक्षा, घटते रोज़गार विषय आयोजित की गई विचार चर्चा के दौरान भाषण देने आए थे। इस दौरान उन्होंने प्रधान मंत्री नरेंन्द्र मोदी, उनकी सरकार, उनके मंत्रियों और उनकी नीतियों पर जम कर हमले बोले। अपने कटाक्ष भरे अंदाज़ में बोलते हुए उन्होंने मोदी सरकार छेह ज़ोरदार हमले बोले। खचाखच भरे पंजाबी भवन के सेमीनार हाल में कन्हैंया ने करीब एक घंटा मोदी सरकार और शिक्षा की सरकारी नीतियों पर ताबड़तोड़ हमले किए। क्या कहा उन्होंने आाईए बताते हैं-
1. एंटी इंडिया नहीं, एंटी मोदी हूं
पहली बार पंजाब में बोलते हुए कन्हैया ने भगत सिंह, करतार सिंह सराभा, क्रांतिकारी कवि पाश का बार-बार हवाला देते हुए अपनी लड़ाई को आर-पार की लड़ाई बताया। उन्होंने कहा कि वह नारे तो लगाते हैं लेकिन देश के ख़िलाफ नहीं बल्कि उन नेताओं के ख़िलाफ नारे लगाता हों जो देश की जनता से गद्दारी कर रहे हैं। उन्होंने मोदी भक्तों को आड़े हाथों लेते हुए कहा, “मोदी जी इंडिया नहीं है, वह आपके लिए होंगे, हमारे लिए देश के सवा सौ करोड़ लोग इंडिया हैं। मैं एंटी इंडिया (anti-national) नहीं, एंटी मोदी (Modi) हूं और मुझे इस बात का गर्व है। उन्होंने कहा कि वह केवल एक व्यक्ति के ख़िलाफ नहीं है, बल्कि भारत की लोकतंत्र की परंपरा के हक में लड़ रहा हैं। जब सरकार वादा करके बनती है और वह वादे पूरे ना हो तों लोगों के साथ उससे सवाल पूछना ही मेरी लड़ाई है।
कन्हैया ने कहा जिस तरह से डिगरियों पर लाखों रूपए ख़र्च करने के बाद युवाओं को पक्का रोज़गार देने की बजाए ठेके पर रखा रहा है। मज़दूर से लेकर टीचर तक ठेके पर भर्ती किए जा रहे हैं, उसे तरह देश के प्रधानमंत्री को भी ठेके पर भर्ती करना चाहिए और जब चाहे नौकरी से निकाल दिया जाना चाहिए।
कन्हैया ने कहा कि एक तरफ़ मोदी सरकार सेना के नाम पर बड़ी-बड़ी बातें करती है और अपनी आलोचना करने वालों को देशद्रोही करार दे देती है, वहीं सरकार ने मौजूदा और पूर्व सैनिकों का जीना मुहाल कर दिया है और उन को दी जा रही सुविधाएं भी छीन ली हैं। उन्होंने बताया कि किस-किस तरह सुविधाएं छीनी जा रही हैं और पूर्व सैनिकों को प्रताड़ित किया जा रहा है।
मोदी की जुमलेबाज़ी पर कटाक्ष करते हुए कन्हैया ने कहा कि वह बातें तों ऐसे करते हैं जैसे देश के प्रधानमंत्री ना हो कर हॉलीवडु फ़िल्मों के जेम्ज़ बांड हो। कन्हैया ने कहा कि बातें बहुत हो गई, अब बताईए कि काम क्या कियाॽ
मोदी सरकार द्वारा ख़ुद पर दर्ज़ करवाए गए देशद्रोह के मुकदमे और देश के टुकड़े करवाने के नारों के बारे में कन्हैया कहा कि जो लोग हम पर देशद्रोह के मुकदमे दर्ज़ करवा रहे हैं और जो संघ आज भी देश को बांटने की कोशिश कर रहा है, पाकिस्तान बनवाने और देश के बटवारे का विचार उन्हीं के पूजनीय प्रचारक वीर सावरकर ने दिया था। कन्हैया ने कहा कि देश में सबसे पहले दो राष्ट्रों की नीति का विचार सावरकर ने ही दिया था।
कोर्ट परिसर में कन्हैया पर वकीलों द्वारा किए गए हिंसक हमले की ओर संकेत करते हुए कन्हैया ने कहा कि लुधियाना के वकील दिल्ली के उन वकीलों से कहीं बेहतर हैं, जो विरोध करने का तरीका जानते हैं। कन्हैया ने मोदी सरकार द्वारा उन पर की गई कार्यावाही पर सवाल करते हुए कहा, “चाहे मुझ पर जूते फेंकवा लो, मैं डरने वाला नहीं हूं और ना ही हार मानने वाला हूं। संघ को देश को फ़िर से बांटने नहीं दिया जाएगा और यह लड़ाई जारी रहेगी।
Leave a Reply